क्रेडिट कार्ड - FRAUD
आए दिन सामने आ रहे क्रेडिट कार्ड के बहाने आनलाइन ठगी के मामले। पुलिस ने दी लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह। जालसाल क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाने या रिवार्ड प्वाइंट को कैश कराने पर अच्छा फायदा होने का देते हैं झांसा।
इन दिनों क्रेडिट कार्ड रिवार्ड पाइंट बढ़ाने या फिर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर ठगी के मामले खूब सामने आ रहे हैं। पहले ऐसे फोन पश्चिम बंगाल से आते थे, लेकिन इन दिनों यह फोन दिल्ली और आसपास से किए जा रहे हैं। जालसाज अपने आप को बैंक अधिकारी बताकर झांसे में लेते हैं और फिर लिंक भेजकर या फिर एनीडेस्क एप डाउनलोड कराकर झांसा देकर पीड़ित के फोन का एक्सेस ले लेते हैं। उसके बाद उनको ओटीपी समेत कार्ड संबंधित कोई जानकारी लेने की जरूरत नहीं होती है। पीड़ित का फोन पर कोई संदेश आने पर आनलाइन ठग के पास जानकारी मिल जाती है। इससे वह बैंक खातों से रकम निकाल रहे हैं।
आरोपित ऐसे बनाते हैं ठगी का शिकार
आरोपित बैंक के क्रेडिट कार्ड धारकों को डाटा एकत्रित एक उन्हें फोन करते थे। जालसाज उन्हें या तो क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने या फिर क्रेडिट कार्ड के खरीदारी के समय एकत्रित हुए बोनस पाइंट को कैश कराने की कहते थे। पीड़ित जब हां कर देता, आरोपित पीड़ित को एक लिंक भेजते थे और उसे में डिटेल भरवाते थे। पीड़ित जैसे ही लिंक को क्लिक करता था, उसका फोन हैक हो जाता था और कंट्रोल आरोपित के पास चला जाता था। इसके बाद जो ओटीपी आता था वह आरोपितों के पास भी जाता था। उस ओटीपी का इस्तेमाल कर आरोपी पीड़ित के खाते से पैसे निकाल लेते थे
साइबर ठगी से ऐसे बचें
- हमेशा यह ध्यान रखें कि बैंक या कंपनी द्वारा रिवॉर्ड प्वाइंट या कैश रिवॉर्ड देने के नाम पर कोई कॉल या फोन नहीं किया जाता है ।
- क्रेडिट कार्ड कंपनी/बैंक द्वारा क्रेडिट कार्ड की जानकारी व ओटीपी कॉल कर नहीं मांगा जाता है।
-आनलाइन खरीदारी करते समय सतर्क रहें एवं साइबर ठगों से बचें।
- आनलाइन खरीदारी के लिए ऐसे बैंक खाता का इस्तेमाल करें जिसमें कम बैलेंस हो ।